बुधवार 27 सितम्बर 2023 - 6:25:01 एएम

COP28 के नामित-अध्यक्ष का स्वास्थ्य को जलवायु चर्चा के केंद्र में रखने के लिए प्रतिबद्ध


न्यूयॉर्क, 18 सितम्बर, 2023 (डब्ल्यूएएम) -- उद्योग व उन्नत प्रौद्योगिकी मंत्री और COP28 के नामित-अध्यक्ष डॉ. सुल्तान बिन अहमद अल जाबेर ने कसम खाई है कि COP28 पहले स्वास्थ्य दिवस और COP में जलवायु-स्वास्थ्य मंत्रिस्तरीय बैठक के साथ जलवायु और स्वास्थ्य पर अंतर्राष्ट्रीय कार्रवाई को बढ़ावा देगा, जो न्यायसंगत, जलवायु-लचीला स्वास्थ्य प्रणालियों की दिशा में कदम निर्धारित करने और क्षेत्र में महत्वपूर्ण निवेश जुटाने के लिए एक अभूतपूर्व अवसर के रूप में कार्य करेगा।

संयुक्त राष्ट्र महासभा और न्यूयॉर्क जलवायु सप्ताह की पृष्ठभूमि में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस घेब्रेयेसस और मलावी के राष्ट्रपति डॉ. लाजर मैक्कार्थी चकवेरा के साथ बोलते हुए डॉ. अल जाबेर ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से इस दिन और मंत्रिस्तरीय समर्थन का आह्वान किया, जिसे WHO और कई देशों के साथ सह-मेजबानी की जाएगी।

डॉ. अल जाबेर ने जलवायु परिवर्तन और स्वास्थ्य के बीच महत्वपूर्ण संबंध को संबोधित करने के महत्व पर जोर दिया।

उन्होंने आगे कहा, “हम COP28 में अभूतपूर्व स्वास्थ्य दिवस की तैयारी कर रहे हैं। हम जलवायु परिवर्तन से स्वास्थ्य के लिए उत्पन्न चुनौतियों का समाधान करने और स्वास्थ्य क्षेत्र में महत्वाकांक्षी निवेश को प्रोत्साहित करने के अपने दृढ़ संकल्प में दृढ़ हैं। हमारा लक्ष्य जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को झेलने में सक्षम लचीली, न्यायसंगत स्वास्थ्य प्रणालियों का निर्माण करना है।”

उन्होंने COP28 में जलवायु स्वास्थ्य चर्चा का नेतृत्व करने के लिए देश के चैंपियन, ब्राजील, ब्रिटेन, अमेरिका, नीदरलैंड, केन्या, फिजी, भारत, मिस्र, सिएरा लियोन और जर्मनी को उनके काम के लिए धन्यवाद दिया।

डॉ. अल जाबेर ने मानव स्वास्थ्य के लिए जलवायु परिवर्तन के खतरों पर प्रकाश डाला, जिसमें रोग पैटर्न में बदलाव, वैक्टर का विस्तार और पहले से मौजूद बीमारियों का पुनरुत्थान शामिल है।

उन्होंने कहा कि WHO के आंकड़ों से पता चलता है कि अकेले वायु प्रदूषण के कारण सालाना सात मिलियन से अधिक मौतें होती हैं और मलेरिया जैसी वेक्टर जनित बीमारियां बढ़ते तापमान और बदलते मौसम के पैटर्न के कारण अपनी पहुंच बढ़ा रही हैं, जो असुरक्षित समुदायों को प्रभावित कर रही हैं।

इस बढ़ते खतरे के साथ 3 दिसंबर को होने वाले COP28 स्वास्थ्य दिवस में दुनिया भर में सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणालियों की नाजुकता को भी ध्यान में रखा जाएगा, जो कोविद-19 महामारी से उजागर हुई है और जलवायु परिवर्तन के जवाब में इन प्रणालियों को अनुकूलित करने के लिए परिवर्तनकारी परिवर्तनों की तत्काल आवश्यकता है।

COP28 के स्वास्थ्य दिवस के दौरान वित्त भी प्राथमिकता होगी। जलवायु परिवर्तन के कारण होने वाले स्वास्थ्य संकटों का वित्तीय नुकसान 2030 तक सालाना 2-4 बिलियन डॉलर के बीच पहुंचने का अनुमान है, जिससे विशेष रूप से वंचित क्षेत्रों में गरीबी बढ़ जाएगी। विश्व बैंक का अनुमान है कि जलवायु संबंधी लगभग 40 फीसदी गरीबी जलवायु परिवर्तन के प्रत्यक्ष स्वास्थ्य प्रभावों के परिणामस्वरूप होगी, जिसका प्रभाव उत्पादकता, आय और स्वास्थ्य व्यय पर पड़ेगा।

डॉ. अल जाबेर ने जोखिमों को कम करने और निजी पूंजी को आकर्षित करने के लिए ग्लोबल साउथ में रियायती धन बढ़ाने का आह्वान किया।

उन्होंने वित्त को पुनर्संतुलित करने की आवश्यकता पर जोर दिया और सरकारों से 2025 तक अनुकूलन वित्त को दोगुना करने का आह्वान किया और उनसे ग्रीन जलवायु कोष को फिर से भरने के लिए उदारतापूर्वक योगदान देने का आग्रह किया।

डॉ. अल जाबेर ने जलवायु लचीलेपन के एक महत्वपूर्ण पहलू के रूप में स्वास्थ्य में निवेश के महत्व को भी रेखांकित किया और इस बात पर जोर दिया कि इन खर्चों को लागत के बजाय निवेश के रूप में देखा जाना चाहिए। विश्व बैंक के अनुसार, जलवायु लचीलेपन के निर्माण में निवेश किए गए प्रत्येक डॉलर से औसतन चार डॉलर का लाभ होता है।

सत्र के दौरान डॉ. अल जाबेर ने मानव स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए यूएई की विरासत और नेतृत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने लोगों के जीवन और आजीविका को प्राथमिकता देने के लिए संस्थापक पिता स्वर्गीय शेख जायद बिन सुल्तान और राष्ट्रपति हिज हाइनेस शेख मोहम्मद बिन जायद अल नहयान की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।

अनुवाद - पी मिश्र.

https://wam.ae/en/details/1395303198768